इटारसी। लोकायुक्त भोपाल की एक टीम ने मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के एक सहायक ग्रेड 3 को पांच हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कर्मचारी कंपनी में लगे एक वाहन का बिल पास करने के लिए वाहन मालिक से रिश्वत मांग रहा था। लोकायुक्त की टीम ने ग्राम रूपापुर निवासी राजेश यादव की शिकायत पर आज शाम 3.20 बजे यह कार्रवाई की। कंपनी ने फिलहाल कर्मचारी को पद से हटा दिया है।
लोकायुक्त डीएसपी एसएल सोन्हिया ने बताया कि रूपापुर के राजेश यादव ने शिकायत की थी। उन्हें एक रिकार्डर देकर उनके और रिश्वत मांगने वाले सहायक ग्रेड 3 के बीच की बातचीत रिकार्ड करने को कहा था। शिकायतकर्ता ने जब रिकार्डर सौंपा तो इसके बाद टीम ने आज आकर कर्मचारी को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।

यह था मामला
ग्राम रूपापुर के राजेश यादव के दो वाहन विद्युत वितरण कंपनी में कांट्रेक्ट पर चलते थे। उनके वाहन 1 सितंबर 15 और 15 सितंबर 15 को यहां ठेके पर चलाना शुरु किया था। करीब छह माह वाहन चलाने के बाद राजेश ने अपने वाहन यहां से हटा लिए जबकि उनके मामा जानकी यादव निवासी केसलाखुर्द के दो वाहन यहां ठेके पर लगाए गए जिनका करीब छह माह का बिल सवा दो लाख रुपए बकाया था। डेढ़ साल से कंवनी कर्मचारी भाईजी पटेल बिल निकालने के एवज में दस हजार की रिश्वत मांग रहा था। इसके अलावा एक हजार और पांच सौ रुपए जब तब वे देते रहे हैं। लगातार बिल नहीं मिलने से परेशान होकर राजेश यादव ने लोकायुक्त भोपाल में 29 अगस्त 17 को शिकायत की थी। लोकायुक्त ने सत्यापन के लिए उन्हें एक वायस रिकार्डर दिया। सत्यापन के बाद आज टीम ने आकर भाईजी पटेल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

30 को दिया था बयाना
शिकायतकर्ता राजेश पटेल ने 30 अगस्त को कंपनी के पीपल मोहल्ला स्थित कार्यालय में आकर भाईजी पटेल को पांच सौ रुपए बयाना भी दिया था। इसी दौरान उन्होंने बातचीत को रिकार्ड कर लिया। इसके आधार पर आज सुबह श्री पटेल ने भोपाल पहुंचकर रिकार्डर जमा कर द्वितीय आवेदन दिया तो टीम शिकायतकर्ता को केमिकल लगे नोट के साथ इटारसी पहुंची और दोपहर में जब राजेश यादव ने उनके ही कार्यालय में पांच हजार रुपए बतौर रिश्वत दिए तो तत्काल टीम ने भी कार्यालय में प्रवेश किया और जब उनके हाथों में केमिकल लगाया तो हाथ रंग गए। इसके बाद टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। यह कर्मचारी शिकायतकर्ता राजेश यादव से 75 हजार रुपए के बिल के एवज में पांच हजार की रिश्वत मांग रहा था। भाईजी पटेल के रिश्वत लेते पकडऩे के बाद कंपनी ने उसे तत्काल प्रभाव से पद से मुक्त कर दिया है।
एसपी लोकायुक्त राजेश मिश्रा के मार्गदर्शन और टीम लीडर डीएसपी एनएस राठौर, डीएसपी एसएल सोन्हिया, इंस्पेक्टर बीके सिंह, महिला इंस्पेक्टर नीलम पटवा, आराधना दवे, सीमा राय, अरुण मिश्रा सहित 14 सदस्यीय टीम ने आज अकाउंटेंट भाईजी पटेल को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। श्री सोन्हिया ने बताया कि अब संंबंधित के खिलाफ मामले की जांच चलेगी।

Source : भूपेन्द्र विश्वकर्मा